राम नवमी 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और धार्मिक महत्व

राम नवमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे भगवान श्रीराम के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आता है और इसे असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, रामचरितमानस का पाठ करते हैं और भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करते हैं।

इस लेख में हम राम नवमी 2025 की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, व्रत के नियम और धार्मिक महत्व की पूरी जानकारी देंगे।


राम नवमी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त

राम नवमी 2025 की तारीख: 9 अप्रैल 2025 (बुधवार)

  • चैत्र शुक्ल नवमी तिथि प्रारंभ: 8 अप्रैल 2025, रात 11:30 बजे
  • चैत्र शुक्ल नवमी तिथि समाप्त: 9 अप्रैल 2025, रात 1:45 बजे
  • राम जन्म का समय: दोपहर 12:00 बजे
  • राम नवमी पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 11:00 से दोपहर 1:30 तक

इस समय के दौरान भगवान राम की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है।


राम नवमी की पूजा विधि

राम नवमी की पूजा विशेष रूप से शुभ मानी जाती है और इसे विधिपूर्वक करने से भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

पूजा करने के चरण:

  • स्नान करें और पीले या सफेद वस्त्र पहनें
  • घर के मंदिर में भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें
  • गंगाजल से शुद्धिकरण करें और फूलों से सजाएं
  • भगवान श्रीराम को चंदन, अक्षत, पुष्प, धूप और दीप अर्पित करें
  • “ॐ श्रीरामाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें
  • रामचरितमानस, रामायण या सुंदरकांड का पाठ करें
  • भगवान श्रीराम को तुलसी पत्र, फल, पंजीरी और मिठाई का भोग लगाएं
  • श्रीराम जी की आरती करें और प्रसाद वितरण करें

इस पूजा से जीवन में सुख-शांति आती है और सभी दुखों का नाश होता है।


राम नवमी का धार्मिक महत्व

राम नवमी का पर्व केवल भगवान श्रीराम के जन्म का उत्सव नहीं है, बल्कि यह सतयुग में धर्म की पुनर्स्थापना का प्रतीक भी है।

  • भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने सदैव धर्म और सत्य का पालन किया
  • इस दिन अयोध्या, रामेश्वरम और चित्रकूट में विशेष शोभायात्रा निकाली जाती है
  • राम नवमी को हिंदू धर्म में शक्ति और भक्ति के संगम का दिन माना जाता है
  • इस दिन व्रत रखने और रामचरितमानस का पाठ करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है

राम नवमी व्रत के नियम और लाभ

कई भक्त इस दिन निर्जला व्रत रखते हैं, जबकि कुछ लोग फलाहार करते हैं।

व्रत के दौरान क्या खा सकते हैं

  • फल (सेब, केला, अंगूर)
  • साबुदाने की खिचड़ी
  • सिंघाड़े या कुट्टू के आटे की रोटी
  • मखाने की खीर

राम नवमी व्रत के लाभ

  • मानसिक और आत्मिक शुद्धि होती है
  • भगवान श्रीराम की कृपा प्राप्त होती है
  • पारिवारिक सुख-शांति बनी रहती है
  • जीवन में सकारात्मकता और उत्साह आता है

अगर संभव हो, तो इस दिन जरूरतमंदों को भोजन कराएं और दान दें।


श्रीराम के अनमोल विचार

भगवान श्रीराम के जीवन से हम अनेक सीख प्राप्त कर सकते हैं।

  • “धर्म के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति सदा विजयी होता है”
  • “मित्र वही जो संकट में साथ दे, अन्यथा वह केवल एक परिचित है”
  • “धैर्य और संयम ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी हैं”

इन विचारों को अपने जीवन में अपनाकर हम भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।


राम नवमी का संदेश

राम नवमी केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि अध्यात्म, धर्म और नैतिकता का प्रतीक है। यह हमें सिखाता है कि सत्य और धर्म की राह पर चलने से जीवन की सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।

“राम नवमी की आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं। जय श्रीराम।”

क्या आप इस राम नवमी पर व्रत रख रहे हैं? कमेंट में अपनी राय बताएं।

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